tag:blogger.com,1999:blog-7104233150823978670.post4559013115293134260..comments2024-03-27T12:37:26.047+05:30Comments on खामोश दिल की सुगबुगाहट...: ये कोई कहानी नहीं, एक सपना है आधा अधूरा सा...Shekhar Sumanhttp://www.blogger.com/profile/02651758973102120332noreply@blogger.comBlogger21125tag:blogger.com,1999:blog-7104233150823978670.post-87028116672102337742012-04-19T14:22:17.011+05:302012-04-19T14:22:17.011+05:30तोता अभी भी अंदर है !! उफ्फ़
क्या लिखा है भाई...तोता अभी भी अंदर है !! उफ्फ़<br /><br />क्या लिखा है भाई...Manoj Khttps://www.blogger.com/profile/06707542140412834778noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7104233150823978670.post-45064351492789122342012-04-19T05:35:41.866+05:302012-04-19T05:35:41.866+05:30ऐसी ही एक कहानी मैंने भी लिखी थी बहुत पहले, ढूंढता...ऐसी ही एक कहानी मैंने भी लिखी थी बहुत पहले, ढूंढता हूँ :)<br /><br />अच्छी कहानी है , मुझे एंड पसंद आया है जो कहता है की हाँ खाब अधूरा सा है !!!!<br /><br />बढ़िया !!!!देवांशु निगमhttps://www.blogger.com/profile/16694228440801501650noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7104233150823978670.post-72435696319132265152012-04-15T18:28:04.006+05:302012-04-15T18:28:04.006+05:30जानवर में ज्यादा है इन्सानियत ।जानवर में ज्यादा है इन्सानियत ।Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7104233150823978670.post-63771314617068115522012-04-15T11:50:57.535+05:302012-04-15T11:50:57.535+05:30मर्मस्पर्शी कथानक.
बहुत सुंदर लेखन.मर्मस्पर्शी कथानक. <br /><br />बहुत सुंदर लेखन.रचना दीक्षितhttps://www.blogger.com/profile/10298077073448653913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7104233150823978670.post-35842638313448793132012-04-15T09:20:07.688+05:302012-04-15T09:20:07.688+05:30हृदयस्पर्शी...सुन्दर लेखन !हृदयस्पर्शी...सुन्दर लेखन !Coralhttps://www.blogger.com/profile/18360367288330292186noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7104233150823978670.post-43661931175530437492012-04-14T23:14:17.429+05:302012-04-14T23:14:17.429+05:30गलत बात है वत्स!! हम छोटे तब बनते हैं जब हम स्वयं ...गलत बात है वत्स!! हम छोटे तब बनते हैं जब हम स्वयं को छोटा आंकने लगते हैं.. जब मैंने लिखना शुरू किया था तो बेनामी था, लोग तरह तरह की बातें करते थे.. कुछ था, शायद ईमानदारी और खुद पर भरोसा, आज सब प्यार करते हैं!! सच पूछो तो तुम लोगों का लेखन देखकर लगता है कि मैं बहुत पीछे हूँ, और ये बात कह रहा हूँ मैं होशो-हवास में!! आशीष!!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7104233150823978670.post-89532896549701128342012-04-14T17:52:19.317+05:302012-04-14T17:52:19.317+05:30आधा अधूरा सा स्वप्न और पिंजड़े से आज़ाद होने पर भी ...आधा अधूरा सा स्वप्न और पिंजड़े से आज़ाद होने पर भी तोते के न उड़ पाने की कहानी...<br />हृदयस्पर्शी!अनुपमा पाठकhttps://www.blogger.com/profile/09963916203008376590noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7104233150823978670.post-49334785682263450502012-04-14T16:29:02.337+05:302012-04-14T16:29:02.337+05:30बड़ा डरावना स्वप्न है, काश कभी सच न हो।बड़ा डरावना स्वप्न है, काश कभी सच न हो।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7104233150823978670.post-69691435861662720442012-04-14T04:17:16.150+05:302012-04-14T04:17:16.150+05:30गोल मोल सीधा हो गया
इंसानियत छोड़ के गया था एक आदम...गोल मोल सीधा हो गया<br />इंसानियत छोड़ के गया था एक आदमी<br />तोते ने ओढ़ ली और इंसान हो गया<br />तोता वाकई में जवान हो गया ।सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7104233150823978670.post-87083881983772876852012-04-14T01:53:43.123+05:302012-04-14T01:53:43.123+05:30बड़ा मार्मिक ताना बाना बुना है। हृदयस्पर्शी कथा!!बड़ा मार्मिक ताना बाना बुना है। हृदयस्पर्शी कथा!!सुज्ञhttps://www.blogger.com/profile/04048005064130736717noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7104233150823978670.post-25243507836920066612012-04-13T23:47:55.982+05:302012-04-13T23:47:55.982+05:30पता नहीं, मैं क्या कहूं.... बस आपका प्यार इसी तरह ...पता नहीं, मैं क्या कहूं.... बस आपका प्यार इसी तरह बना रहे... मैं यूँ ही लिखता रहूँगा... बुलेटिन में शामिल करने के लिए थैंक्यू....Shekhar Sumanhttps://www.blogger.com/profile/02651758973102120332noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7104233150823978670.post-10701941903471823212012-04-13T23:45:17.173+05:302012-04-13T23:45:17.173+05:30अब क्या कहूं, जब शुरुआत में ब्लॉग लिखना शुरू किया ...अब क्या कहूं, जब शुरुआत में ब्लॉग लिखना शुरू किया था तो आपका ब्लॉग पढ़ा तो सोचा कहाँ मैं लिखता हूँ और कहाँ आप लोग.... पता नहीं मैं ऐसा कभी लिख भी पाऊंगा क्या... डर के मारे आपके ब्लॉग पर कमेन्ट भी नहीं किया, सोचा कहीं आपने मेरा ब्लॉग देखा तो सोचियेगा लिखना तो आता नहीं ब्लॉग बना लिया है.... आज जब आपलोग ऐसी टिप्पणियाँ करते हैं, आखें नम हो जाती हैं... आपकी टिप्पणियां अनमोल हैं मेरे लिए....Shekhar Sumanhttps://www.blogger.com/profile/02651758973102120332noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7104233150823978670.post-49486921122444199802012-04-13T23:36:20.009+05:302012-04-13T23:36:20.009+05:30shaheedon ko naman, aur bahut bahut dhanyawaad...shaheedon ko naman, aur bahut bahut dhanyawaad...Shekhar Sumanhttps://www.blogger.com/profile/02651758973102120332noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7104233150823978670.post-7064865840053507012012-04-13T23:32:14.995+05:302012-04-13T23:32:14.995+05:30रश्मि दी, इस नज़रिए से देख नहीं पाया था इस कहानी क...रश्मि दी, इस नज़रिए से देख नहीं पाया था इस कहानी की तरफ... सच में पढने वाले जाने क्या क्या ढूँढ लेते हैं... :)Shekhar Sumanhttps://www.blogger.com/profile/02651758973102120332noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7104233150823978670.post-51794299465813650272012-04-13T23:24:00.204+05:302012-04-13T23:24:00.204+05:30वाह.............
बहुत सुंदर शेखर....
भावनात्मक ल...वाह.............<br /><br />बहुत सुंदर शेखर....<br /><br />भावनात्मक लेखन के लिए बधाई स्वीकारें.<br />अनुANULATA RAJ NAIRhttps://www.blogger.com/profile/02386833556494189702noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7104233150823978670.post-85454430250783006762012-04-13T23:04:49.938+05:302012-04-13T23:04:49.938+05:30शेखर तुम्हारे अंदर का एक लेखक जब जब बाहर आता है लग...शेखर तुम्हारे अंदर का एक लेखक जब जब बाहर आता है लगभग सब को निशब्द कर जाता है ! मेरी बधाइयाँ और शुभकामनायें !<br /><br /><a href="http://bulletinofblog.blogspot.in/2012/04/blog-post_13.html" rel="nofollow">इस पोस्ट के लिए आपका बहुत बहुत आभार - आपकी पोस्ट को शामिल किया गया है 'ब्लॉग बुलेटिन' पर - पधारें - और डालें एक नज़र - किसी अपने के कंधे से कम नहीं कागज का साथ - ब्लॉग बुलेटिन </a>शिवम् मिश्राhttps://www.blogger.com/profile/07241309587790633372noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7104233150823978670.post-3618551765430608722012-04-13T19:40:46.420+05:302012-04-13T19:40:46.420+05:30सपना - धुंधला, अस्पष्ट... घटनाएँ - एक अनजानी शक्ति...सपना - धुंधला, अस्पष्ट... घटनाएँ - एक अनजानी शक्ति द्वारा निर्धारित.. सबका जोड़, एक अजीब सा इम्पैक्ट प्रस्तुत कर रहा है!! हर बार की तरह प्रभावित करती हुई पोस्ट!! जीते रहो वत्स!!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7104233150823978670.post-84673995929683443762012-04-13T18:08:41.576+05:302012-04-13T18:08:41.576+05:30सर्वप्रथम बैशाखी की शुभकामनाएँ और जलियाँवाला बाग क...सर्वप्रथम बैशाखी की शुभकामनाएँ और जलियाँवाला बाग के शहीदों को नमन!<br />आपकी इस उत्कृष्ट प्रविष्टी की चर्चा कल शनिवार के <a href="http://charchamanch.blogspot.in//" rel="nofollow">चर्चा मंच</a> पर लगाई गई है!<br />सूचनार्थ!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7104233150823978670.post-49262899081055288562012-04-13T17:59:54.123+05:302012-04-13T17:59:54.123+05:30"anjule shyam" ji ke comment ko mera bhi..."anjule shyam" ji ke comment ko mera bhi comment maan liya jaaye.<br /><br />aabhaarप्रकाश गोविंदhttps://www.blogger.com/profile/15747919479775057929noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7104233150823978670.post-7305496346892515362012-04-13T13:35:56.266+05:302012-04-13T13:35:56.266+05:30rashmi ravija का कमेंट्स मेरा भी कमेंट्स समझा जाये...rashmi ravija का कमेंट्स मेरा भी कमेंट्स समझा जाये..anjule shyamhttps://www.blogger.com/profile/01568560988024144863noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7104233150823978670.post-46654806880897510492012-04-13T13:04:34.439+05:302012-04-13T13:04:34.439+05:30बढ़िया लिखा है...आसमान भले ही पहुँच में हो..पर प्य...बढ़िया लिखा है...आसमान भले ही पहुँच में हो..पर प्यार और जिम्मेवारी का अहसास..पैरों की बेड़ियाँ बन जाती हैं.rashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.com