Thursday, September 22, 2011

कहीं आप इस धरती पर आखिरी इंसान तो नहीं...

             बहुत दिनों से इस खामोश दिल ने सुगबुगाहट नहीं की, क्या करें वक़्त बहुत कम ही मिल पाता है और जितना भी मिलता है न शरीर और न ही दिमाग ये इजाजत देता है कि कुछ लिख सकूं... पता नहीं कैसे आज शाम अचानक बैठे बैठे ख्याल आया, कि अगर हमें छुट्टी मिलती है तो हम क्या करते हैं (ये सवाल सिर्फ कुंवारे लोगों से है क्यूंकि शादी शुदा बेचारों के लिए छुट्टी का क्या मतलब है ;))... खैर, मज़ाक नहीं, कैसे बिताते हैं आप छुट्टियाँ ???? लोगों के पास कई जवाब होंगे, मसलन घूमने जाते हैं, घर के बचे काम निपटाते हैं, इंटरनेट करते हैं, हमारे ब्लॉगर दोस्त सारी छुट्टी, ब्लॉग को सरल भाव से समर्पित कर देते हैं.. आदि आदि.... लेकिन फ़र्ज़ करें आप इस धरती पर अकेले इंसान हैं और आपको बोला जाए ७ दिन बिताने को (अरे हाँ, ब्लॉगर दोस्तों से माफ़ी सहित इंटरनेट की सेवा भी हटा ली जाए)... जानता हूँ मुमकिन नहीं, लेकिन फिर सिर्फ एक बार सोच कर देखें, आपके पास टेलीविजन नहीं हो, कंप्यूटर, मोबाईल कुछ भी नहीं हो...सिर्फ आप अकेले एक सुनसान जगह पर, क्या करेंगे ??? रोंगटे खड़े हो गए न....
               अरे नहीं ये कोई ब्लॉग पोस्ट नहीं ये तो बस यूँ ही आपको परेशान करने का दिल किया, अगर आपके पास कोई बेहतरीन उपाय हो छुट्टियाँ बिताने का तो जरूर कहियेगा....  :))

                नोट :- कृपया इस पोस्ट को ज्यादा सीरियसली न लें, मैं तो बस ये चेक कर रहा था कि आप मुझे भूले तो नहीं....

13 comments:

  1. ओह क्या लाज़वाब प्रश्न किया है आपने ...
    हमेशा से सोचती हूँ की कब मैं अपने साथ होऊं ....सिर्फ अपने साथ
    पर हाँ बिलकुल अकेली नहीं क्यूंकि मुझे भूतों से डर लगता है .....
    well मैं तो बहुत कुछ करने वाली हूँ .... ढेर सारी books पढूंगी ....
    मैं और मेरी diary .... ओह कितना मज़ा आएगा ..... जितना चाहे लिख सकूंगी
    मन भर कर..... कोई disturb करने वाला नहीं होगा...... ओह कब आएगा वो दिन
    कृपया कर अब ये भी बतायें ....... ?

    ReplyDelete
  2. कठिन हो जायेगा पर निभा लेंगे।

    ReplyDelete
  3. किताबें तो हैं न? वहीं पढ़कर सारा समय बिता लेंगे। या सोकर भी चलेगा।

    ReplyDelete
  4. अरे ये क्या बात हुई पहले बिताते थे न ..जब यह सब नहीं था.किताबें हों बस.

    ReplyDelete
  5. आपने तो एकदम सीरियसली ही लिख दिया.

    ReplyDelete
  6. अपने आपसे खूब जमकर बात करेंगे। मुझे तो एकान्‍त बहुत अच्‍छा लगता है। वैसे आपका प्रश्‍न बहुत ही संजीदा है। व्‍यक्ति को अवश्‍य इसपर चिंतन करना चाहिए।

    ReplyDelete
  7. ऐसे मौके पर किताब पढ़कर या सो कर ही समय बिताया जा सकता है, या फिर प्रभु चरणों में ध्यान लगा रहे|

    ReplyDelete
  8. लग रहा है की जैसे मेरा ही हाल लिख दिया है अभी अभी इस दौर से गुजरी हूँ अकेली इन्सान तो नहीं थी पर अचानक से ही सूचना के सारे स्रोतों से कट गई थी कल ही इस दुनिया में वापस आई हूं |

    ReplyDelete
  9. अकेले होना थोड़ा बोरिंग हो जाएगा और कुछ नहीं चाहिए बस दोस्तों का साथ हो ... तो सब चलेगा ... ;)
    समय मिल जाये कभी तो आइये गा मेरी पोस्ट पर आपका स्वागत है
    http://mhare-anubhav.blogspot.com/

    ReplyDelete
  10. ha ha shekhar ..fikar not ..ham nahi bhule tume..:))

    ReplyDelete
  11. hahahaha...nice question....chaliye hamare comment say yeh bhi sabit ho gaya ki apko bhule nahi hum

    ReplyDelete

Do you love it? chat with me on WhatsApp
Hello, How can I help you? ...
Click me to start the chat...