तुम प्यार करोगी न मुझसे,
तब, जब मैं थक के उदास बैठ जाऊँगा
तब, जब दुनिया मुझपे हंस दिया करेगी
तब, जब अँधेरा होगा हर तरफ
तब, जब हर शाम धुंधलके में भटकूँगा मैं उदास
तब एक उम्मीद का दिया जगाये
तुम प्यार करोगी न मुझसे...
तब, जब मैं थक के उदास बैठ जाऊँगा
तब, जब दुनिया मुझपे हंस दिया करेगी
तब, जब अँधेरा होगा हर तरफ
तब, जब हर शाम धुंधलके में भटकूँगा मैं उदास
तब एक उम्मीद का दिया जगाये
तुम प्यार करोगी न मुझसे...
तब, जब मुझे दूर तक तन्हाई का रेगिस्तान दिखाई दे
तब, जब मेरे कदम लड़खड़ाएं इस रेत की जलन से
तब, जब मैं मृगतृष्णा के भंवर में फंसा हूँ
तब, जब इश्क़ की प्यास से गला सूख रहा हो मेरा
तब अपनी मुस्कान ओस की बूंदों में भिगोकर
तुम प्यार करोगी न मुझसे...
तब, जब ये समाज स्वीकार नहीं करे इस रिश्ते को
तब, जब प्रेम एक गुनाह मान लिया जाए
तब, जब सजा मिले हमें एक दूसरे के साथ की
तब, जब मुँह फेर लेने का दिल करे इस दुनिया से
तब इस साँस से लेकर अंतिम साँस तक
तुम प्यार करोगी न मुझसे...
तब, जब ये समाज स्वीकार नहीं करे इस रिश्ते को
तब, जब प्रेम एक गुनाह मान लिया जाए
तब, जब सजा मिले हमें एक दूसरे के साथ की
तब, जब मुँह फेर लेने का दिल करे इस दुनिया से
तब इस साँस से लेकर अंतिम साँस तक
तुम प्यार करोगी न मुझसे...
..बहुत ख़ूबसूरत...ख़ासतौर पर आख़िरी की पंक्तियाँ....तब इस साँस से लेकर अंतिम साँस तक
ReplyDeleteतुम प्यार करोगी न मुझसे...
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल सोमवार (10-09-2018) को "हिमाकत में निजामत है" (चर्चा अंक- 3090) पर भी होगी।
ReplyDelete--
चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
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हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
राधा तिवारी
आपकी इस पोस्ट को आज की बुलेटिन साक्षरता दिवस सिर्फ कागजों में न रहे - ब्लॉग बुलेटिन में शामिल किया गया है.... आपके सादर संज्ञान की प्रतीक्षा रहेगी..... आभार...
ReplyDeleteGreat Article very informative Website
ReplyDeleteDiwali Script
Very very nice article.
ReplyDeleteतुम प्यार करोगी न मुझसे,
ReplyDeletebest line sir