ऐसी तस्वीरें जो मेरे लिए अनमोल हैं | उम्मीद करता हूँ आपको मेरी यह तस्वीरें पसंद आएँगी | और इन्हें देखने के बाद आप भी अपना पुराना अल्बम एक बार ज़रूर पलटेंगे |
वैसे उस समय कैमरा हम जैसे मध्यम वर्गीय परिवार से दूर ही था फिर भी मेरे जन्म के २ महीने के बाद आखिरकार मेरा पहला फोटो ले ही लिया गया | सब कहते हैं जब पहली बार मेरा फोटो लिया गया तो मैं डर गया था उस अजीब सी रौशनी से, अरे फ्लैश और क्या ...
अब इस तस्वीर को देखिये अपने बड़े भैया की गोद में भी परेशान लग रहा हूँ और भैया तो पोज देने में व्यस्त हैं :)
काफी न-नुकुर के बाद यह फोटू अपनी प्यारी ममेरी बहन के साथ खिचवा ही लिया था मैंने :) वो मुझसे २ महीने बड़ी है तभी तो समझदारी दिखाते हुए कैमरे से आँखें बचा ली और मैं ठहरा नादान, इसलिए एक बार फिर परेशान ....
इस लम्बे फोटोसेशन के बाद मुझे ४ महीने इस कैमरे नाम की बला से दूर रखा गया | फिर दूसरा दौर ..उफ्फ्फ..लेकिन तब तक तो थोड़ी हिम्मत आ ही गयी थी...
लेकिन एक प्यारा सा पोज देकर मैंने और फोटो लेने से साफ़ मना कर दिया... फिर तो पूछिए ही मत , इस मुए कैमरे और फोटो के चक्कर में मुझे क्या क्या बनाया गया | आप खुद ही देख लीजिये..हालाँकि फोटू की क्वालिटी थोड़ी ख़राब है लेकिन ये सबसे अनमोल है..
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वाह...!
ReplyDeleteबहुत सुन्दर लग रहे हो!
आपका बचपन देखकर हमें भी अपना बचपन याद आ गया!
प्यारी फोटुयें !
ReplyDeleteholy smoke.....!!!! aakhiri to waakai kamaal hai.....chooo chweeeet ;) :P
ReplyDeletebade acche fotu hain ;)
सांझ...
ReplyDeleteशुक्रिया.,,:) hihihihi....
हम तो बचपन से स्मार्ट हैं..:)
वाह शेखर भाई .......
ReplyDeleteअब हम भी जा रहे हैं एल्बम देखने............:)
लास्ट वाला सबसे बेस्ट है | :)
ReplyDeleteअरे आशीष भाई,
ReplyDeleteइतनी जल्दी कहाँ चले....पहले हमरा फोटू सब तो देख लीजिये..
बहुत क्यूट थे भई ... हमारे बचपन के ज़माने में तो श्वेत श्याम तस्वीर ही होती थी ... कभी मौका मिला तो मैं भी लगाऊँगा ... कुछ तसवीरें छोडकर ... :)
ReplyDeleteवह! क्या सुन्दर लगरहे हो |
ReplyDeleteबहुत बढ़िया|
बहुत ही खुब लिखा है आपने......आभार....मेरा ब्लाग"काव्य कल्पना" at http://satyamshivam95.blogspot.com/ जिस पर हर गुरुवार को रचना प्रकाशित नई रचना है "प्रभु तुमको तो आकर" साथ ही मेरी कविता हर सोमवार और शुक्रवार "हिन्दी साहित्य मंच" at www.hindisahityamanch.com पर प्रकाशित..........आप आये और मेरा मार्गदर्शन करे..धन्यवाद
ReplyDeleteEr. सत्यम शिवम
ReplyDeleteअपनी आँखें खोल के देखिये यहाँ तो मैंने ज्यादा कुछ लिखा ही नहीं है... एक ही चीज सभी ब्लॉग पर कॉपी पेस्ट किये घूम रहे हो....अच्छा लिखोगे लोग खुद ब खुद तुम्हारे ब्लॉग पर आयेंगे...यूँ सब जगह पोस्टर चिपकाने से कुछ नहीं होगा...
बीते हुए पलों को संजोना भी एक कविता ही है //
ReplyDeleteशेखर जी /
बहुत ही अच्छा /
मेरे पास पुरानी तस्वीरे नहीं है
बचपन की धरोहर जीवन भर मन को बहलाती है। बहुत सुन्दर तस्वीरें हैं।
ReplyDelete.
ReplyDelete.
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सुन्दर फोटो,अच्छी पोस्ट...
पर मैं इतना खुशकिस्मत नहीं... बचपन की एक भी फोटो नहीं है पास में... बस अंदाजा लगा सकता हूँ अपनी नई पीढ़ी को देख कि मैं भी बचपन में ऐसा ही दिखता रहा होऊंगा (माँ के अनुसार)...
...
सर्वप्रथम....आपको बता दू गलती से मैने आपकी कविता पर देने वाले कामेन्ट को फोटो पर दिया ...माफ किजीएगा.......मैने आपकी सारी फोटो देखी है अच्छे से कैसे विश्वास दिलाऊ।जहाँ तक प्रचार प्रसार की बात है तो अभी नया हूँ न तो जरुरी समझता हूँ...जैसा कि आपने कहा अच्छा लिखोगे तो खुद सब पंसद करेंगे.........अभी हाल में मेरी कविता "पिता का दुख" को बहुत सराहा गया....पता है ये बस इक ट्रेलर है..........मैने मात्र ६ माह में ३०० से भी ज्यादा कविताए लिखी है,अपने इंजीनीयरिंग के सिड्यूल के बावजूद.......मै बस आपसे सहायता चाहता हूँ,मार्गदर्शन करे....भूल तो छोटे भाई से हो जाती है ना.....अभी नादान हूँ.........धन्यवाद।
ReplyDeleteLovely , cute pics !
ReplyDeleteBachpan kee pix..waah bahut sundar hain
ReplyDeleteसभी फोटो अच्छी है
ReplyDeleteदेखते ही पता लग गया की तुम बचपन से ही स्मार्ट हो।
हा हा हा
Hahaha.. Apke bade bhaisahab aur apki shakl kaafi milti h shayad.. mujhe to aakhiri tasveer hi zyada pasand aayi.. bhai usme tumhe ladki jo banaya gaya h :P
ReplyDeleteइन्द्रनील जी..
ReplyDeleteजल्दी अपनी फोटू लगाईये न .....
इन तस्वीरों में तो आप बिल्कुल ‘सुमन‘ जैसे लग रहे हैं...शेखर शायद बड़े होने पर दिखेंगे।
ReplyDeleteyaar teri comments bahut mast thi aur photos toh badhiya thi hee,sach hai ki bhale hee aaj digicam ka chalan ho lekin purane camera ki baat hee kuch aur hai. teri pics dekhkar mujhe bhi meri album dekhne ka mann ho aaya. sach main bahut hee sunder rachna thi yeh
ReplyDeleteतुम्हारी बचपन की फोटो सब देख कर मन बहतु खुश हो गया. पता है मेरे पास सिर्फ एक ही तस्वीर है अब तक. :( खैर एक तो है)
ReplyDeleteवंदना जी,
ReplyDeleteये अब तक क्या है???:))
क्या दोबारा बचपन आने के बाद तस्वीरें लेने का इरादा है,,, हा हा हा:)
बड़े अनमोल फोटो ढून्ढ लाये हो, पापा को धन्यवाद कहो मियाँ जो यह अनमोल यादें बची हैं ...
ReplyDeleteखराब फोटो ( पहला और चौथा )को किसी अच्छे प्रोग्राम की मदद से ठीक करके लगाएं तो अच्छा लगेगा तब तक के लिए इस संकलन से हटा दें !
यह यादें वाकई मधुर हैं बदकिस्मती से मेरे पास नहीं हैं :-(
शुभकामनायें
सतीश जी
ReplyDeleteबहुत कोशिश की लेकिन सही नहीं कर पाया...अब इस प्यारे से संकलन से हटाना सही नहीं लग रहा..लेकिन तस्वीरिन ठीक होने पर ज़रूर बदल दूंगा...
अगर कोई मित्र फोटो ठीक करने के सन्दर्भ में कोई मदद कर सके तो बड़ी मेहरबानी होगी....
तस्वीरों को सुंदरता से प्रस्तुत किया है आपने!!!
ReplyDeleteसच! ये यादें अनमोल हैं...
हा हा हा ये भी खूब रही मेरी ही बातों से चुटकी ले ली तुमने . वैसे अब तक का मतलब ये है कि बहुत खोजने पर मेरे पास एक ही फोटू है.
ReplyDeleteशेखर जी बहुत दिनों बाद आपके ब्लॉग में आने के लिए माफ़ी चाहूँगा वैसे आपने अपनी बचपन की फोटो लगाकर सभी ब्लॉग मित्रो के बचपन की यादो को ताजा कर दिया है स्वीट फोटो है !
ReplyDeleteशेखर जी इन दिनों वास्तव में व्यस्तता है! अभी हमारे शहर रायपुर में स्वदेशी मेला लगने वाला है और उस मेले के आयोजन समिति का मै सहसंयोजक हु !23 से 29 दिसम्बर तक लगने वाले मेले की तैयारी एक माह पूर्व से प्रारम्भ हो जाती है !बहुत बड़ा आयोजन बहुत सारी प्रतियोगिताये परिचर्चा सांस्कृतिक कार्यक्रम और बहुत कुछ होता है मेले में! खैर पूरी बाते मै इस आयोजन के बाद अपने अगले ब्लॉग में लिखूंगा ...........
ताऊ पहेली १०५ का सही जवाब :
ReplyDeletehttp://chorikablog.blogspot.com/2010/12/105.html
sundar tasveerein hai... sach mein bachpan ki yaad aa gayi..
ReplyDeletemere blog pe aapka sawagat hai..
Lyrics Mantra
thank you
सभी फोटो अच्छी है
ReplyDeleteफोटो देख कर मन बहतु खुश हो गया.
ReplyDeleteबचपन याद आ गया!
ReplyDeleteCHOTHA PHOTO ...MAST HAI BHAI.........
ReplyDeleteवाह वाह ..छा गए ....बचपन याद दिलाती फोटो ..
ReplyDeleteanmol prastuti...........
ReplyDeleteफोटो बहुत सुन्दर है और जो तुम ने लिखा है उस से फोटो मे चार चाँद लग गये :-)
ReplyDeleteक्यूट फोटोग्राफ्स।
ReplyDelete---------
छुई-मुई सी नाज़ुक...
कुँवर बच्चों के बचपन को बचालो।
बचपम की यादें एक धरोहर जैसी होता है।आपने उसे संडोकर रखा यहा काफी है। अच्छी प्रस्तुति। मेरे पोस्ट पर आपका स्वागत है।
ReplyDelete.
ReplyDeleteसुमन आपने हर फोटो के साथ केप्शन देकर
सभी फोटों को जीवंत कर दिया.
सभी अच्छे हैं.
बड़ी सुखद होती हैं बाल-स्मृतियाँ. हैं ना!
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क्यूट फोटोग्राफ्स।
ReplyDeleteyaar isiliye dobara dekhne chala aaya
nice photographs...:)
ReplyDeleteहा हा हा...
ReplyDeleteबेनामी जी आपका स्वागत है...:)
यूँ ही आते रहे और अपने चुटकुले सुनाते रहे....
sabhi tashvire bahut pyari...
ReplyDeleteaur ye jo side me Mr. Bean jhank rhe hai wo bhi bahut mazedaar hai :D
शुभम जी,,
ReplyDeleteकाफी अरसे बाद आपको अपने ब्लॉग पर देखकर अच्छा लगा...
शुक्रिया ...
Good Idea.
ReplyDeleteI too will consider posting my pictures publicly sometime.
At the age of 62, I have a much bigger range of features to display.
I am amazed to note how I have changed in appearance all these years.
I have too many pictures of the last 5 years of my life clicked with digital cameras and too few pictures (and that too in black and white) of my earlier life.
I hope to see similar pictures of other blog friends too.
Your last picture was the cutest.
Regards
GV
बचपन मे तो बहुत क्यूट थे ...अब क्या हुआ ?????? हा ..हा ...हा ...मजाक किया अब भी क्यूट हो ... खुश रहो हमेशा ....
ReplyDeletenice....bachpan ki yaadon ko sanjona sach mein bauhat accha lagta hai!!!
ReplyDeleteबचपन के सुंदर फोटो के रूप में बेहतरीन और काबिलेतारीफ फोटोग्राफ्स है आपके .....
ReplyDeleteवाह शेखरजी मानना पड़ेगा आपको....
ReplyDeleteThis comment has been removed by the author.
ReplyDeleteमस्त फ़ोटो हैं !!
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